भाजपा जिला कार्यालय गढ़वा में कारगिल विजय दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अजय कुमार तिवारी ने किया। कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम के दौरान कैप्टन रैंक से सेवानिवृत्त रामराज पाण्डेय एवं सुबेदार पद से सेवानिवृत्त गौरीशंकर तिवारी को अंगवस्त्र एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सैनिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अजय तिवारी ने कहा कि कारगिल युद्ध के बाईस साल हो चुके हैं भारतीय सेना के शौर्य पराक्रम के प्रतीक कारगिल विजय दिवस हर वर्ष 26 जुलाई को मनाया जाता है कारगिल की जंग के दौरान भारत के जाबाज सिपाही ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए थे। कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों ने अपने अदम्य शौर्य और वीरता का परिचय देते हुए पाकिस्तान के तीन हजार से ज्यादा सैनिक को मार गिराया था। उन्होंने कहा कि इस युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों को कई बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा था पाकिस्तान सैनिक ऊंची पहाड़ी पर थे और हमारे वीर जवानों को रात भर में चढ़ाई पर पहुंचना था कड़े संघर्ष के बाद भारतीय जवानों ने सफलता पाई थी उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध 60 दिनो तक चला था और अंत में पाकिस्तान को हार का मुंह देखना पड़ा। उन्होंने कहा कि सरकार के नियम के अनुसार हम सब रिटायर हो कर यहां है लेकिन अगर सरकार अनुमती दे तो पाकिस्तान को मिट्टी में मिलाने के लिए एक रात काफी है मौके पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य ओमप्रकाश तिवारी ने कहा कि भाजपा अपने स्थापना काल से ही देश के लिए कार्य कर रही है जब कारगिल युद्ध हुआ था उस समय एनडीए की सरकार थी और अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे वे जवानों को किसी साधन संसाधन का कमी नहीं होने दिया। रातभर जागकर बार्डर का हाल चाल लेते रहते थे। आखिर में देश के वीर जवानों ने पाकिस्तान को धुल चटाने में सफलता प्राप्त किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य सुरेन्द्र विश्वकर्मा भाजपा मंडल अध्यक्ष उमेश कश्यप महामंत्री यशवंत मिश्रा भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष अविनाश पासवान जिला मंत्री संजय जायसवाल भाजयुमो गढ़वा नगर मंडल अध्यक्ष रंजीत चौरसिया ओबीसी मोर्चा पलामू प्रभारी विनय चंद्रवंशी पुर्व सैनिक जितेंद्र मिश्रा गोपाल दुबे अभिमन्यु चौबे, कैप्टन सुनील चौबे, कारगिल बिजेता , कैप्टन राम राज पांडे सूबेदार गौरी शंकर तिवारी आदि अन्य कई लोग मौजूद थे।