आज गढ़वा रामा शाहू स्टेडियम में morning walk workers एवं खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स खिलाड़ी श्री मिल्खा सिंह के निधन से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया , साथ में 2 मिनट का मौन रखा गया, इस कार्यक्रम का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष श्री मुरली शयम सोनी ने किया श्री सोनी ने वहां उपस्थित लोगों को बताया की , मिल्खा सिंह भारतीय धावक थे, उनका निधन 18 जून 2021 को चंडीगढ़ पीजीआई में हो गया, जिन्होंने रोम के 1960 ई ग्रीन्स ओलंपिक और टोक्यो के 1964 ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया किया था उन्हें (उड़न सीख) उपनाम दिया गया था वह भारत के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ एथलेटिक्स में से सिख राजपूत परिवार में से एक थे / पूरा नाम मिल्खा सिंह था जन्म 20 नवंबर 1929 ईस्वी में गोविंदपुरा पाकिस्तान में हुआ था पत्नी निर्मल सैनी जो कुछ दिन पहले उनका भी देहांत हो गया अपने पीछे 1 पुत्र और एक पुत्री जीव मिल्खा सिंह पुत्री सोनिया सावलका है स्वतंत्र भारत के पहले व्यक्तिगत खेलों के स्टार मिल्खा सिंह थे अपने गति और खेल के जुनून के साथ एक दशक से अधिक कई रिकॉर्ड बनाए अपने कैरियर में कई पदक जीते मिल्खा सिंह भारत और पाकिस्तान के विभाजन के बाद वह भारत आ गए वह भारतीय सेना में शामिल हो गए सेना में रहते हुए उन्होंने अपने कौशल और निखार के साथ क्रॉस कंट्री में 400 से अधिक सैनिकों के साथ दौड़ने के बाद छठे स्थान पर रहे आगे की ट्रेनिंग के लिए उन्हें चुना गया 1956 में मेलबर्न आयोजित खेलों में उन्होंने स्वतंत्र भारत के बाद पहली बार ओलंपिक में शामिल हुए और 1958 ईस्वी में जबरदस्त एथलेटिक प्रदर्शन किया जब उन्होंने कटक में नेशनल गेम्स ऑफ इंडिया अपने 200 मीटर और 400 मीटर स्पर्धा में रिकॉर्ड बनाया 1958 में ही ब्रिटिश साम्राज्य और राष्ट्रमंडल खेलों में 400 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक जीता यह भारत के लिए पहली जीत हुई , जिसकी वजह से उन्हें उसी वर्ष( पद्मश्री सम्मान) से सम्मानित किया गया मिल्खा सिंह आज हमारे बीच नहीं रहे हम आज उन्हें श्रद्धा सुमन श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं इस कार्यक्रम में श्री अनिल बैदानी , अरुण सोनी, महेंद्र सिंह ,धर्मेंद्र सिंह , जितेंद्र कमलापुरी ,उमेश गुप्ता ,डॉ सुजीत शर्मा , वीरेंद्र गुप्ता , अमन कुमार , संतोष सोनी , एवं काफी संख्या में खिलाड़ी उपस्थित थे ,