प्रशासनिक लापरवाही के कारण इन दिनों मुख्यालय व आसपास में नाबालिग भी चार पहिया वाहन चलाते देखे जा रहे हैं। ये नाबालिग न केवल चार पहिया वाहन चला रहें हैं बल्कि दो पहिया वाहन सहित टेम्पु व ट्रैक्टर भी चलाते देखें जा रहें हैं। रविवार को जरही गांव में सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले 1 छात्र को तीव्र गति से ट्रैक्टर चलाते देखा गया। पूछने पर उसने बताया कि सीखने के ख्याल से सिर्फ आज ही ट्रैक्टर को चला रहा है। हालांकि अभिभावकों की घोर लापरवाही से भी इनकार नहीं किया जा सकता। अभिभावक भी नाबालिग शायद काम लेना चाहते हैं। लेकिन ऐसा करना गैरकानूनी और खतरा मोल लेने के बराबर है। आपको बता दूं कि प्रखंड के विभिन्न पंचायतो सहित मुख्यालय में रोड पर भी अक्सर नाबालिग फर्राटे से दो पहिया तीन पहिया वाहन दौड़ाते देखे जा सकते हैं। इन नाबालिगों को न तो यातायात नियमों की जानकारी होती है और न ही दुर्घटना होने का भय। ये जितनी तेजी से वाहन चला सकते हैं उतनी तेजी से वाहन चलाते गुजर जाते हैं। काफी रफ्तार से इन्हें वाहन चलाता देख लोग सहम जाते हैं और दुर्घटना होने की आशंका से कांप भी जाते हैं। जरही पंचायत के मुख्य मलिन लोगों ने बताया कि नाबालिक प्रखंड क्षेत्र में खुलकर दोपहिया से चार पहिया वाहन तक चला रहे हैं। इसमें नाबालिक का के माता-पिता और प्रशासन की घोर कमी है। यदि प्रशासन इस पर सख्ती दिखाएगी तो निश्चित रूप से नाबालिग वाहनों को नहीं चलाएंगे और दुर्घटनाएं भी नहीं होगी।