बरात आने के दिन शिक्षित लड़की ने अनपढ़ लड़का से शादी से किया था इनकार, अब तिलक का सामान मांगा वापस

 डंडई प्रखंड के लवाही निवासी एक पढ़ी-लिखी लडकी ने बुधवार को कहा कि मेरी शादी अनपढ़ लड़का से की जा रही थी।जिस कारण हमने अनपढ़ लड़का से शादी करने से इंकार की है। लड़की ने बताया की शादी का छेका हो गया था और मेरे परिजन  तिलक भी चढ़ा दिए थे।उसी दरमियान मुझे पता चला कि लड़का अनपढ़ गवार और पागल प्रवृत्ति का है। अगुआ द्वारा तोप ढक कर मेरी वहां शादी कराई जा रही थी। तत्पश्चात मैने  लड़का के परिजनों से मोबाइल फोन से बात की और लड़का से बात कराने का आग्रह किया। तत्पश्चात लड़का को फोन दिया गया परंतु लड़का ने मोबाइल पर  पढ़ाई लिखाई की  बात पर चुप रहा और नाम पता तक शुद्ध शुद्ध नही बता पाया। वही शादी कहां हो रही है और किस से हो रही है इसका भी  उसको ज्ञान नहीं था। अपने रिश्तेदारों के बारे में भी नहीं बता सका ।

जिससे मैं ताजुब रह गई और उस लड़का से शादी करने से इनकार कर दी। आपको बता दूं कि गांवो में भी पढ़ी लिखी बेटियों को समझ आ गया है कि अनपढ़ के साथ कैसे रहेंगे। गांव के इस लड़की का बयान ने लोगों को हैरान कर दिया है। यह बात चर्चा का विषय बना हुआ है ।दरअसल गांव में बारात के दिन बनने वाली दुल्हन को किसी के माध्यम से जानकारी मिला की लड़का अनपढ़ और पागल प्रवृत्ति के है तभी लड़की ने जांच परख पुष्टिकर लड़का से शादी करने से इनकार कर दिया।मालूम हो कि गांव के ही एक अगुआ के द्वारा  शिक्षित लड़की को अनपढ़ लड़के से शादी तय कर बड़े धूमधाम से 5 मई को तिलक समारोह कार्यक्रम सम्पन्न कराया था। बरात आना बाकी था।लड़की के पिता नहीं हैं, जिसके चलते उसका अगुआ ने शादी तय की थी और उसके अपने भाइयों ने आंख बंद कर विश्वास कर ली। लड़की के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार लड़की का  शादी सगमा गांव निवासी विनोद प्रजापति के पुत्र अरविंद प्रजापती के साथ फरवरी में देखा ताकि कर शादी का तिथि पक्की हुई थी। इसके बाद 5 मई को धूमधाम से तिलक समारोह का कार्यक्रम हुआ। 8 मई को  बारात आने वाली थी लेकिन  बारात आने से पहले लड़की को पता लगा कि दूल्हा अशिक्षित है। तभी उसने बौखला कर इसका हकीकत का पता लगाया और शादी रचाने से इनकार ​कर दी। वहीं परिजनों ने भी उसकी बात मानते हुए दूल्हे के घरवालों से बारात लाने से मना कर दिया। ये सब उस दौरान हुआ जब लड़की दुल्हन बनने के लिए सोलह सिंगार करने वाली थी और बारात आने और बारात के स्वागत के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। बताया गया है कि बारात आने से पूर्व लड़की के द्वारा शादी से इनकार करने और  कहने पर परिजन दूल्हा पक्ष के घर पर पहुंच कर शादी करने से मना करते हुए दहेज में दिए हुए सामान वापस लौटाने को कहा, जिस पर दूल्हा पक्ष के अनुरोध पर गांव के गणमान्य लोगों और गांव प्रधान की उपस्थिति में पंचायत हुई लेकिन बात नहीं बनी। दुल्हन के घर वालों का कहना था कि जब बेटी ही शादी करने से इनकार कर रही है, तो ऐसे में हम लोग क्या कर सकते हैं।




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