गढ़वा /कांडी : झारखंड राज्य वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले वित्तरहित सोनभद्र आदर्श इंटर कॉलेज के प्राचार्य वीरेंद्र नाथ तिवारी समेत सभी इंटरकर्मी अपनी मांगों को लेकर आज शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए हैं। इनका आरोप है कि सरकार वित्त रहित इंटर कॉलेज को हमेशा अनदेखा कर रही है। जिसके कारण इंटर कर्मी भुखमरी की स्थिति में पहुंच गए हैं। वर्ष 2020 में कोरोनावायरस में पैसे के अभाव में कितने कर्मियों की मौत भी हो गई है। फिर भी सरकार लापरवाही बरत रही है।
शिक्षकों की सरकार से है ये पांच मुख्य मांग
पीसी के जरिए प्राचार्य समेत अन्य कर्मियों ने बताया कि सरकार से हमारी पांच मुख्य मांगे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा में सुधार की बात करती है लेकिन हम भूखमरी की हालत में हैं। सरकार हमारी कोई बात नहीं सुनती। मांगे इस प्रकार हैं अनुदान की राशि दोगुनी की जाए, इंटर कर्मियों को घटानुदान सरकार दे केवल सरकार इस पर आश्वासन दे रही है, इंटरमीडिएट सेवा शर्त नियमावली शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी अभिलंब मंत्री परिषद को भेजी जाए, शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति डिग्री कॉलेजों के शिक्षक के समान 65 वर्ष किया जाए, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग में निदेशक का पद स्थापना अभिलंब किया जाए।
सरकार पर अनदेखी करने का लगाया आरोप
प्रेस कांफ्रेंस के जरिए प्राचार्य बिरेन्द्र नाथ तिवारी ने कहा कि, हम कई सालों से सरकार से अपने अधिकारों की मांग करते आए हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हम सड़क पर हैं लेकिन शिक्षा के प्रति खुद को प्रतिबद्ध बताने वाली सरकार ने अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की है। उन्होंने कहा कि हमने सरकार से कई बार इस मसले पर वार्ता की कोशिश की लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गई। अगर सरकार का रवैया इसी प्रकार रहा तो आमरण अनशन और भूख हड़ताल इसी प्रकार करते रहेंगे।
मांगे माने जाने तक जारी रहेगा आमरण अनशन व भूख हड़ताल
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारी समस्याओं और मांगो पर ध्यान नहीं देती, आमरण अनशन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन चलता रहेगा जब तक सरकार कोई सकारात्मक पहल नहीं करती। मौके पर बबन चौबे, शोभा मिश्रा, आशुतोष मिश्रा, राजेश गुप्ता, इसरार आलम, उमा शंकर कुमार,सत्येंद्र पाठक,अनुज श्रीवास्तव,सत्येंद्र दुबे,बब्बन पांडे,रेखा कुमारी, नरेन्द्र पांडे, शक्ति देव द्विवेदी, सतीश कुमार,अलख नाथ तिवारी, जंग बहादुर यादव, विकास तिवारी,सत्येंद्र प्रसाद, विकास प्रजापति, मनोज प्रसाद, पंकज पांडे आदि शामिल थे।