आज दिनांक 12 दिसंबर 2020 को श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर माननीय मंत्री पेयजल एवं स्वच्छता विभाग झारखंड सरकार द्वारा धान अधिप्राप्ति केंद्र का उद्घाटन फीता काटकर किया गया। श्री ठाकुर ने उपस्थित 5 किसानों को राजेंद्र चौधरी, गणेश दत्त तिवारी, शंभू नाथ तिवारी, रामाशंकर तिवारी, सच्चिदानंद तिवारी को गुलदस्ता भेंट देकर सम्मानित किया ।उन्होंने बताया कि
राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में इस वर्ष भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से धान अधिप्राप्ति का कार्य किया जाना है। धान अधिप्राप्ति हेतु जिले में 13 धान अधिप्राप्ति केंद्र खोले जाने की स्वीकृति दी गई है। जो प्रखंड गढ़वा, मेराल, रमना, श्री बंशीधर नगर, सगमा, भवनाथपुर, मझिआंव, कांडी, रंका ,चिनिया,रमकंडा, भंडरिया एवं बड़गड में संचालित होंगे। विभागीय निर्देशानुसार दिनांक 15 नवंबर 2020 से धान अधिप्राप्ति का कार्य प्रारंभ किया जाना था। परंतु भारतीय खाद्य निगम को इसकी अनुमति भारत सरकार से ससमय प्राप्त नहीं होने के कारण जिले में धान अधिप्राप्ति के कार्य प्रारंभ करने में थोड़ा विलंब हुआ। आज से जिले में सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर निबंधित किसानों का धान का क्रय किया जाना प्रारंभ किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि यह काफी हर्ष की बात है कि स्वयं एवं जिला प्रशासन के अथक प्रयास से आज गढ़वा जिले में धान अधिप्राप्ति का कार्य प्रारंभ हो रहा है इस वर्ष सरकार द्वारा धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य धान साधारण के लिए 1868 रूपये प्रति क्विंटल एवं ग्रेड 1 धान के लिए 1888 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया। न्यूनतम समर्थन मूल्य के अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा प्रति क्विंटल धान की बिक्री पर 182 रूपये बोनस के रूप में किसानों को भुगतान किए जाने की घोषणा की गई। इसकी सूचना जिले के सभी किसान बंधुओं को जिला प्रशासन द्वारा समाचार पत्र के माध्यम से बराबर दिया जाता रहा है। जिला प्रशासन जिले के सभी किसानों से अनुरोध करता है कि वह अपना धान अधिप्राप्ति केंद्रों पर जाकर ही बिक्री करें। इसी क्रम में उन्होंने बताया
इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा जिले में धान क्रय का लक्ष्य 50 हजार मैट्रिक टन एवं किसान निबंधन का लक्ष्य 5000 निर्धारित किया गया है। अब तक जिले में कुल 8470 किसानों का निबंधन किया जा चुका है जो कि किसान निबंधन के निर्धारित लक्ष्य से पार हो गया है और अभी भी वह प्रक्रिया लगातार चल रही है संभावना है कि जिले में किसान निबंधन 9000 से भी पार हो जाए ।
धान अधिप्राप्ति केंद्र का संचालन प्रातः 9:00 बजे से सायं 5:30 बजे तक किया जाएगा । यदि किसी दिन केंद्र पर आए किसानों का सायं 5:00 बजे तक धान का क्रय नहीं हो पाता है तो सिर्फ किसान जिनका धान क्रय नहीं किया जा सका है। उन्हें पीछे से क्रमांक संख्या एलॉट करते हुए क्रमांक पुर्जा देकर धान क्रय उसी दिन किया जाएगा। सायं 5:00 बजे के बाद धान क्रय संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी /अंचल अधिकारी के निगरानी में किया जाएगा। ताकि धान क्रय में किसी प्रकार का व्यवधान एवं गड़बड़ी की संभावना न रहे। केंद्र पर किसानों द्वारा धान बिक्री के लिए अनावश्यक रूप से भीड़ ना लगे इसके लिए किसानों को पूर्व में एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि किसी कारण बस कोई किसान निर्धारित तिथि को केंद्र पर धान बिक्री हेतु नहीं पहुंच पाते हैं तो वैसे छूटे हुए किसानों को उसी सप्ताह के अंतिम दिन धान बिक्री के लिए पुनः एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाएगा। केंद्रों पर धान अधिप्राप्ति की लिफ्टिंग प्रतिदिन कराए जाने का प्रयास किया जाएगा। ताकि गोदाम पैक होने पर धान क्रय के कार्य में व्यवधान उत्पन्न ना हो।
निगम कर्मियों को धान अधिप्राप्ति के क्रम में कुछ सावधानियां भी बरती जानी है यदि कोई निबंधन किसान 50 से 100 क्विंटल तक धान बिक्री हेतु केंद्र पर पहुंचते हैं तो इसकी सूचना संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी अथवा अंचला अधिकारी को दी जाएगी। संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी अथवा अंचला अधिकारी द्वारा सत्यापन के पश्चात ही उक्त किसान का धान का क्रय किया जाएगा । निगम कर्मी धान अधिप्राप्ति के समय इस बात का पर भी ध्यान रखेंगे कि किसानों द्वारा भूमि के रकबा के अनुरूप ही धान की बिक्री की जा रही है। एक ही भूमि पर एक से अधिक बार धान की बिक्री नहीं की जा रही है। जिला प्रशासन जिले के निर्धारित धान अधिप्राप्ति लक्ष्य को अवधि के अंदर प्राप्त करने हेतु प्रयासरत है।
श्री ठाकुर ने बताया कि आज गढ़वा के किसानों के लिए खुशहाली का दिन है भारतीय खाद्य निगम की ओर से धान अधिप्राप्ति केंद्र के कार्य प्रारंभ किया गया है। जितने भी धान अधिप्राप्ति केंद्र खोले जाने हैं सोमवार से प्रारंभ कर दिया जाएगा एवं जब तक किसानों का धान केंद्रों पर नहीं पहुंच जाता तब तक यह सिलसिला निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अभी 15 दिन और केंद्रों को खोलने में समय लगता तब तक किसानों का धान बिचौलियों के हाथ में चला जाता और उसके माध्यम से भारतीय खाद्य निगम में पहुंचता, सरकार की जो नीति है उसका लाभ किसानों को नहीं मिल पाता। उन्होंने बताया कि अब बिचौलियों को नहीं भारतीय खाद्य निगम के केंद्रों पर जाएं और अपना धान बेचकर लाभ प्राप्त करें।
मौके पर माननीय मंत्री श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के अलावे उप विकास आयुक्त सत्येंद्र नारायण उपाध्याय, निर्देशक डीआरडीए ओनिल क्लेमेंट ओड़िया, अनुमंडल पदाधिकारी श्री बंशीधर नगर जयवर्धन कुमार, बाजार समिति के सदस्य राहुल कुमार, भारतीय खाद्य निगम के रीजनल मैनेजर अभिषेक कुमार, अंचल अधिकारी जेके मिश्रा, कृषि पदाधिकारी गढ़वा लक्ष्मण उराँव, नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी कमल कुमार सिंह, भू अर्जन पदाधिकारी दिनेश सुरीन, सहकारिता पदाधिकारी अमृता कुमारी, इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए किसान एवं अन्य उपस्थित थे।