आज दिनांक 30.12. 2020 को उपायुक्त गढ़वा की अध्यक्षता में कोविड-19 वैक्सीनेशन रूटीन इम्यूनाइजेशन एवं नेशनल इम्यूनाइजेशन डे की तिसरी बैठक आहूत की गई । बैठक में मुख्य बिंदुओं पर चर्चा करते हुए उपायुक्त गढ़वा ने बताया कि (टीपीएम टेस्ट पर मिलियन ) अत्याधिक कम होने के कारण प्रधान सचिव स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखंड सरकार के द्वारा सिविल सर्जन गढ़वा को स्पष्टीकरण दिया गया है । ऐसे में उपायुक्त गढ़वा के द्वारा गंभीरता से लेते हुए दो हजार से ढाई हजार प्रतिदिन कोविड-19 टेस्ट कराने का निर्देश दिया गया। इसी क्रम में उपायुक्त ने बताया कोल्ड चैन में डाटा लौगर 46% नो फंक्शनल है ऐसे में उन्होंने राज्य से तुरंत संपर्क करते हुए इसे ठीक करा लेने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि पल्स पोलियो का माइक्रो प्लान 30.12. 2020 तक राज्य मुख्यालय को भेजना है परंतु अभी तक किसी प्रखंड के द्वारा माइक्रो प्लान प्राप्त नहीं है इस पर उपायुक्त गढ़वा के द्वारा दिनांक 31.12. 2020 तक सभी प्रखंडों से माइक्रोप्लान भेजने का निर्देश दिया गया एवं जिन प्रखंडों से माइक्रोप्लान प्राप्त नहीं होने पर इसकी सूचना उपायुक्त गढ़वा को देने की बात कही गई। साथ ही कुपोषण उपचार का डाटा उपलब्ध नहीं रहने पर उपायुक्त गढ़वा के द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई एवं इससे संबंधित अगली बैठक में आवश्यक रूप से कुपोषण उपचार केंद्र के डाटा को समीक्षा हेतु शामिल करने का भी निर्देश दिया गया। मौके पर समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने नीति आयोग के निर्धारित निम्न सूचकांक की उपलब्धि शत-प्रतिशत करने का निर्देश दिया गया।
(1) प्रसव पूर्व जांच
(2) प्रसव पूर्व जांच प्रथम तिमाही
(3) संस्थागत प्रसव
(4) लो बर्थ वेट
(5) हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर
(6) सेक्स रेश्यो इत्यादि।
उपायुक्त ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा कोविड-19 सैंपल टेस्ट की जांच करें । ताकि राज्य में गढ़वा की स्थिति और भी बेहतर हो सके।
बैठक में उपायुक्त गढ़वा के अलावा , मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी गढ़वा, जिल संपर्क पदाधिकारी गढ़वा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी गढ़वा, प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा गढ़वा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक गढ़वा, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी गढ़वा, जिला समन्वयक एव अन्य लोग उपस्थित थे।