ग्रामीणों ने नशामुक्ति एवं सामाजिक विकास के लिए शपथ ली---नशा नाश की जड़ है: डॉ कुलदेव

 गढ़वा जिला के गढ़वा सदर प्रखंड अंतर्गत रंका बौलिया पंचायत के अति पिछड़ा गांव डटमा के ग्रामीणों ने नशामुक्ति एवं सामाजिक विकास के लिए शपथ ली। ग्रामीणों ने कहा कि वैसे तो महर्षि वेदव्यास परिषद, झारखंड के द्वारा समाजिक परिवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन आज बाल विकास समिति, डटमा के तत्वाधान में इसी अभियान से सीख लेकर गांव में चाहे शराब पीने वाले हों या बनाने वाले, पूर्ण रूप से शराबबंदी का निर्णय लिया गया। जुआ खेलने पर भी प्रतिबंध लगा दी गई है। इसके लिए गांव के लोगों ने सामूहिक रूप से एक स्थान पर खड़े होकर शपथ ली कि आने वाले समय में कभी भी इस गांव में किसी तरह का कोई भी नशापान नहीं करेगा। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि समाज के निर्माण में हर एक व्यक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है। लोगों को नशा से दूर रहना चाहिए। नशा मुक्त रहकर व्यक्ति खुशहाल जीवन जी सकता है और अपने दायित्वों को अच्छे से निर्वहन कर सकता है। नशा मुक्त परिवार खुशहाल परिवार होता है, वहीं नशायुक्त परिवार हमेशा संकट, कलह एवं विवाद में डूबा रहता है। यदि हमें विकास करना है तो नशे से दूर रहना होगा। इसलिए सभी लोगों को नशा का परित्याग करना होगा। व्यक्ति प्रारंभ में शौक के तौर पर नशा शुरू करता है और वह धीरे-धीरे नशे का आदि हो जाता है। इससे नशा करने वाले व्यक्ति की शारीरिक व मानसिक स्थिति खराब हो जाती है और उसका भविष्य बर्बाद हो जाता है। परिवार यह सब देख कर चिंता में डूबे रहता है और उस परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है। इसलिए नशे का संकल्प शक्ति से परित्याग करें। नशा से दूर रहें और अपने परिवार को खुशहाल रखें। पढ़े-लिखे लोगों द्वारा नशा के दुष्परिणाम ग्रामीणों के बीच में बताना चाहिए। कई विवाद नशे के कारण उत्पन्न होते हैं, जो परिवार एवं व्यक्ति को बर्बाद कर देते हैं। नशे की हालत में व्यक्ति में सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है और वह कोई गंभीर अपराध कर बैठता है। गांव में शांति एवं विकास के लिए नशा मुक्त समाज का होना आवश्यक है इसके अलावा आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए किसी भी कार्यक्रम में कोई व्यक्ति नशापान करके व्यवधान पैदा करता है तो उसे कानूनी कार्रवाई के लिए प्रशासन से गुहार लगाई जाएगी। अगर कोई व्यक्ति गांव में नशा पान करके किसी को फिजूल परेशान करता है तो उसे ग्रामीणों द्वारा आर्थिक दंडित किया जाएगा। मां-बाप का सम्मान एवं शिक्षा पर जोर देने का भी निर्णय लिया गया। वहीं महर्षि वेद व्यास परिषद विद्वत प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ कुलदेव चौधरी ने कहा कि आज मुझे बहुत खुशी हो रही है कि जो हमारे संगठन द्वारा सामाजिक परिवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य रोगमुक्त, अशिक्षा मुक्त, बालविवाह एवं दहेजमुक्त तथा बेरोजगारी मुक्त समाज बनाने के लिए है। जो धीरे-धीरे धरातल पर  दिखने लगा है और मैं आग्रह करता हूँ कि सभी जगह के लोग इस अभियान से जुड़कर नशा मुक्त समाज  बनाने का संकल्प लें। क्योंकि यह नशा नाश की जड़ है, इसे जड़ से मिटाना ही होगा। तभी आर्थिक एवं समाजिक  विकास संभव है। मुझे कई कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाता है। इसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूं क्योंकि सरकारी सेवा में रहने के कारण मेरी भी बाध्यता है। फिर भी सामाजिक संगठन के  माध्यम से सामाजिक विकास के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। मौके पर बाल विकास समिति के सभा अध्यक्ष रामेश्वर चौधरी, उप मुखिया विजय चौधरी, सिकंदर चौधरी, महर्षि वेदव्यास परिषद गढ़वा सदर प्रखंड के महासचिव प्रभुनाथ चौधरी, पप्पू चौधरी, जवाहर चौधरी, संतोष चौधरी, राजनाथ चौधरी, ब्रह्मदेव चौधरी, बाबूलाल चौधरी, घुरा चौधरी, नरेश चौधरी, मदन चौधरी, असर्फी चौधरी, सुकन चौधरी, मनोज चौधरी, वीरेंद्र चौधरी, आशुतोष चौधरी, कुंदन चौधरी, दीपक कुमार, उपेंद्र चौधरी, महेंद्र चौधरी, देवेंद्र चौधरी, कामेश्वर चौधरी, हरि चौधरी, रामनाथ आदि उपस्थित थे।




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