डंडई थाना क्षेत्र के झोतर गांव निवासी जय कुमार राम 40 वर्ष को हार्ड अटैक से मौत हो गई। जिससे परिजनों मेंं कोहराम मच गया और कई लोग रो रो कर बेहोश भी हो गए । बताया गया कि मृतक जय कुमार राम राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के प्रेरक पद पर कार्यरत था। पिछले 12 माह से मानदेय नहीं मिलने से आर्थिक तंगी के कारण हमेशा मानसिक तनाव में रहता था। वहीं बताया गया कि मृतक जय कुमार राम ने कुछ माह पहले अपनी पुत्री की शादी उत्तर प्रदेश के बागेसोती गांव में तय किया था, पुत्री की शादी में होने वाले खर्च को लेकर हमेशा परेशान था। मृतक अपने पीछे पत्नी समेत तीन बच्चे रंजीत कुमार ,छोटू कुमार ,शोभा कुमारी को छोड़ चल बसा। घर के परिजन मुनेश्वर राम, निर्मल राम, सुरेंद्र राम, रंजीत ने बताया कि मानदेय नहीं मिलने से हमेशा तनाव में रहते रहते थे। उनका दूसरा कोई रोजी रोजगार नहीं था। इसी मानदेय से अपना घर परिवार का भरण पोषण किया करते थे। कुछ माह पहले अपनी पुत्री की शादी उत्तर प्रदेश के बागेसोती गांव में तय किया था। शादी में अधिक खर्च होने से वजह से वह हमेशा तनाव में रहा था।अब इसका कोई सहारा नहीं रहा तीन बच्चे का परवरिश का सारा भार मृतक के पत्नी गीता देवी के माथे पर परवरिश का पहाड़ टूट पड़ा। वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक गंगा राम ने मृतक के घर पहुंच परिजनों को ढाढस बंधाया। उन्होंने कहा कि मृतक जय कुमार राम को पिछले एक वर्ष से मिलने वाला मानदेय बंद था। इससे वह हमेशा कार्यालय का चक्कर लगाता रहता था। माह में दो तीन बार मानदेय के बारे में फोन पर जानकारी लिया करता था। मृतक मानदेय के लिए हमेशा परेशान रहता था।