लकवा हॉस्पिटल खुलने से मिलेगा लोगों को लाभ : मिथिलेश ठाकुर Garhwa

सोनपुरवा में हुआ निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन
 लकवा हॉस्पिटल खुलने से मिलेगा लोगों को लाभ : मिथिलेश ठाकुर

 चार घन्टे के अंदर लकवा का इलाज जरूरी : डॉ पी के वर्मा

गढ़वा : चौधरी जेनरल एंड लकवा हॉस्पिटल, सोनपुरवा, गढ़वा के तत्वावधान में निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उदघाटन मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, विशिष्ट अतिथि गढ़वा एसडीएम संजय कुमार पांडेय एवं डॉ यासीन अंसारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। बतौर मुख्य अतिथि श्री ठाकुर ने कहा कि सबसे पहले हॉस्पिटल परिवार को शुभकामनाएं  और धन्यवाद कि इतनी गम्भीर बीमारी के लिए व्यवस्था की गई है।  आजकल बीमारी का जड़ हमारा रहन-सहन, खान-पान जीवनशैली है। इसलिए सभी लोगों को एक्सरसाइज करने की जरूरत है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा हमने खुद स्वस्थ रहने के लिए अपना वजन कम किया है। बड़े शहर को छोड़ गढ़वा में सेवा देने के लिए डॉ पी के वर्मा को विशेष आभार व्यक्त किया। गढ़वा में न्यूरो फिजिशियन की भारी कमी है ऐसे में यहां के लोगों जरूर लाभ मिलेगा। हमारा भी प्रयास है कि गढ़वा स्वास्थ्य के क्षेत्र में अव्वल हो ताकि सभी लोग स्वस्थ रहें। विशिष्ट अतिथि गढ़वा एसडीएम संजय कुमार पांडेय ने कहा कि यह निःशुल्क चिकित्सा शिविर जनहित में सराहनीय है। निश्चित रूप से लोगों को लाभ मिलेगा। यह बहुत बड़ी बात है कि इस हॉस्पिटल में सामान्य बीमारियों के साथ साथ पैरालिसिस या नस सम्बंधित बीमारियों का भी इलाज होगा। क्योंकि अक्सर मैं देखता हूँ लकवा ग्रस्त मरीजों के लिए लोग हाथ खड़ा कर देते हैं और सीधे बाहर भेज देते हैं। ऐसी स्थिति में अगर हमारे गढ़वा में योग्य चिकित्सक और उनकी टीम चौबीस घंटे सेवा देंगे तो कई लोगों की जान बच सकती है। वहीं वरिष्ठ चिकित्सक सह समाजसेवी डॉ यासीन अंसारी ने कहा यह काफी सराहनीय प्रयास है कि जिला मुख्यालय में लकवा जैसी घातक बीमारी के लिए हॉस्पिटल खोला गया है। विगत कई वर्षों से मैं देखते आ रहा हूँ कि लकवा के मरीजों को काफी भटकना पड़ता है और कहीं सुदूरवर्ती क्षेत्र में जाकर जैसे तैसे इलाज करवाना पड़ता है। अब योग्य और विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में ठीक से इलाज हो पायेगा। सीधे राँची, पटना और बनारस जैसे जगहों पर रेफर होने निजात मिल सकती है। हॉस्पिटल में सेवा दे रहे हृदय, मधुमेह, नस एवं लकवा रोग विशेषज्ञ (न्यूरो फिजिशियन) डॉ पी के वर्मा ने कहा कि मैं विगत कई वर्षों से बिहार-झारखंड के कई जगहों पर अपना योगदान दिया है। परंतु अब स्थायी रूप से गढ़वा में ही रहकर सेवा दूंगा। क्योंकि विगत पाँच वर्षों से महीने में दो गढ़वा आकर महसूस हुआ कि यहाँ एक न्यूरो फिजिशियन की जरूरत है। क्योंकि ज्यादातर मरीज साइटिका, गठिया, नस एवं लकवा बीमारी से परेशान हैं और जिसका मुख्य कारण कहीं न कहीं ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर से जुड़ा हुआ रहता है। सही बीमारी का इलाज नहीं होने से लोग भटकते रहते हैं और समय बीतते चला जाता है। क्योंकि लकवा का इलाज जितना जल्दी हो सके योग्य चिकित्सक से शुरू करा देनी चाहिए। चार घन्टे के अंदर लकवा का इलाज होने से मरीज पूरी तरह ठीक हो सकता है। जैसे जैसे समय बीतेगा शरीर का हिस्सा को नुकसान होता चला जायेगा। हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ कुलदेव चौधरी ने कहा कि हमारा छोटा सा प्रयास है कि लकवा के मरीज को कम समय और कम पैसे में कैसे ठीक किया जाए। आईसीयू, फिजियोथेरेपी, आयुर्वेदिक पंचकर्म जैसी सुविधा को बढ़ावा देना मेरी प्राथमिकता है। भर्ती मरीज को रहने और खाने की सुविधा बिल्कुल निःशुल्क रखा है ताकि किसी मरीज को ज्यादा परेशानी न हो। मौके पर जेनरल फिजिशियन डॉ अखलाक अहमद, डॉ कौस्तभ मंडल, डॉ अतुल्य शंकर मिश्रा, डॉ कृष्णा कुमार, जिला परिषद प्रतिनिधि मिथिलेश पासवान, मुखिया सोनल पासवान, दया प्रसाद गुप्ता, रविकांत पाल, किरण गुप्ता, कंचन साहू, चंदन जायसवाल, फ़ुजैल अहमद, चंदन पासवान, सरवर आलम खान, जितेन्द्र दुबे, जसमुद्दीन खान आदि उपस्थित थे।

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