बारिश बन्द है, टांड़ क्षेत्र के धान की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना शुरू Kandi

( गढ़वा)कांडी प्रखण्ड में पिछले लगभग पाँच दिनों से बारिश बन्द है, जिस कारण टांड़ क्षेत्र के धान की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना शुरू हो गया है।
 किसान सिंचाई कूप व ओपन बोर में बिजली मोटर व डीजल पम्प का सहारा लेकर धान की फसलों का सिंचाई कर रहे हैं, किंतु जहां कोई सिंचाई का साधन नही है, वैसे जगहों पर  धान की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। गाड़ाखुर्द पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि नीरज सिंह ने बताया कि गड़ाखुर्द पंचायत के पांच गांव  की खेतों में धान की फसल बिरसा सिंचाई योजना से बनी कूप से  सिंचाई की जा रही है किसान जितेन्द्र दुबे, पशुपति द्विवेदी, राम नरेश मेहता, राजेश मेहता, प्रभु पाण्डेय, अखिलेश गुप्ता व रीता देवी ने कहा कि अगर सिंचाई कूप नही होता तो आज सिंचाई के लिए मुश्किल खड़ा हो जाता। 2023 -24 में विरसा सिंचाई योजना से कुआँ का निर्माण किया गया था।आज  यहां के किसान इसी कूप के माध्यम से धान की फसलों को जिंदा रखे हुए हैं। सभी ने सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज यह कुआँ कई लोगों को लाभ पहुंचा रहा है।इसी प्रकार प्रखण्ड के दूसरे पंचायतों में भी लोग टांड़ खेत की फसलों को अपने बाहुबल से सिंचाई कर धान के फसलों को जिंदा रखने में लगे हुए हैं, किंतु जहां सिंचाई के साधन आहर, नहर व तालाब है, वहाँ धान की फसलों की सिंचाई को लेकर कोई परेशानी नही है। लेकिन टांड़ खेत में लगाये गए धान की फसलों को जिंदा रखने को लेकर किसान जदोजहद करते देखे जा रहे हैं। बिजली मोटर लेकर खेतों की ओर दौड़ लगा रहे हैं।

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