गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट
गढ़वा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर की तुलना चंगेज़ खान से की
बजरंगबली मंदिर की ज़मीन को लेकर उठी राजनीतिक बहस
गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दुलदुलवा चामा गांव के बॉर्डर पर स्थित बजरंगबली मंदिर की ज़मीन को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। गढ़वा के विधायक श्री सत्येंद्र नाथ तिवारी ने इस मुद्दे पर पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री सड़क निर्माण के नाम पर मंदिर की ज़मीन जबरन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि सड़क निर्माण के लिए पहले से ही सर्वे में चिह्नित मार्ग मौजूद है।
विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने कहा,
“यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बहुसंख्यक समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत करते हुए मंदिर की पवित्र ज़मीन को बलपूर्वक कब्जा किया जा रहा है। पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर एक वर्ग विशेष को खुश करने के लिए यह अनुचित कार्य कर रहे हैं। उनकी भूमिका इतिहास के क्रूर शासक चंगेज़ खान जैसी प्रतीत होती है।”
उन्होंने आगे बताया कि पूर्व की दिशा के बैठक में यह स्पष्ट रूप से तय किया गया था कि पुरानी सर्वे वाली सड़क पर ही नए निर्माण कार्य कराए जाएंगे। इसके बावजूद, मुस्लिम तुष्टिकरण के उद्देश्य से पूर्व मंत्री ने सुरक्षा कर्मियों और संबंधित विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में स्वयं खड़े होकर मंदिर की ज़मीन पर कब्जा करवाया।
अतिक्रमण हटाने की बजाय मंदिर की ज़मीन पर नजर
विधायक ने कहा कि उन्होंने अपने पूर्व कार्यकाल के दौरान इसी स्थान पर स्थित सर्वे के रोड को अतिक्रमण से मुक्त कराया था। लेकिन अब अधिकारी उन लोगों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं जो सरकारी ज़मीन पर अवैध दुकान, मकान या ठेला लगाकर कब्जा किए हुए हैं। इसके उलट वे मिथिलेश ठाकुर के दबाव में आकर मंदिर की ज़मीन पर सड़क बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रशासन को चेतावनी
श्री तिवारी ने गढ़वा के पदाधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा,
“जो लोग मिथिलेश ठाकुर के इशारे पर पुलिस बल का भय दिखाकर सर्वे वाले मार्ग में सड़क नहीं बनने दे रहे हैं, उन्हें सावधान रहना चाहिए। मिथिलेश ठाकुर स्वयं 5200 करोड़ के जल जीवन मिशन घोटाले के आरोपी हैं और उनके सहारे कोई भी गलत कार्य करना अधिकारियों को भविष्य में भारी पड़ सकता है।”
उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाएंगे और हर हाल में सर्वे के अनुसार निर्धारित मार्ग पर ही सड़क बनवाएंगे। साथ ही बजरंगबली मंदिर की ज़मीन को कब्जा मुक्त करवा कर हिंदू समाज की धार्मिक भावनाओं का सम्मान बनाए रखेंगे।