विशुनपुरा
शहादत की याद में मुहर्रम पर्व को लेकर बुधवार को मुख्यालय सहित विभिन्न गांवों में शांतिपूर्ण जुलूस निकाली गयी.
जुलूस में फैजुल इस्लाम कमेटी विशुनपुरा, पतिहारी, पिपरी कला, इस्लाहुल कुशलमीन कमेटी मधुरी, अंजुमन कमेटी अमहर एवं नवाडीह कमिटी द्वारा ताजिया जुलूस निकाली गयी.
इस दौरान मुहर्रम की जुलूस विशुनपुरा पुरानी बाजार कदम्मी सिफड़ को लेकर गांधी चौक पहुचे जहाँ विभन्न गांवो से आये ताजिया एवम सिफ़ड से मिलान किया गया. मिलनी के बाद कोचेया, महुली गांव होते हुये अमहर गांव स्थित करबलाह पर पहलाम कर जुलूस समाप्त की गयी.
जुलूस में या अली, या हुसैन के नारे लगा रहे थे. जुलूस में बूढ़े, बच्चे भी लाठी डंडा और तलवारबाजी से करतब दिखा रहे थे.
हुन्दुओ एवं मुस्लिम के लिए एकता का प्रतीक है मोहर्रम पर्व
मोहर्रम पर्व पर खास बात है कि विशुनपुरा पुरानी बाजार में हिंदुओ के द्वारा सिफड़ कदमी रखा जाता है. उसके बाद मान्यता के अनुसार कदमी सिफड़ से विभिन्न गांवों से आये तजया, सिफ़ड एवम झंडे को मिलान किया जाता है. उसके बाद हिंदुओ के द्वारा बनाया गया कदमी सिफड़ को जुलूस में सबसे आगे चलते हुए पहलाम किया जाता है. जुलूस में दोनों समुदाय आपसी भाईचारा का मिसाल बने हुये है.
वहीं जुलूस के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशुनपुरा प्रशासन अपने दल-बल के साथ हर चौक चौराहों पर मौजूद थे.
जुलूस में जिलापरिषद सदस्य शंभूराम चन्द्रवँशी, ऐनुल अंसारी, मुन्ना अंसारी, लतीफ अंसारी, आलम बाबू, हसमत अंसारी, यासीन अंसारी, उलफत अंसारी, मुबारक अंसारी सहित सैकड़ों लोग शामिल थे.