टाउन हॉल में स्कूल रुआर 2024 उन्मुखीकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन Garhwa

गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट 

कोई न छूटे अबकी बार, शिक्षा है सबका अधिकार” स्लोगन के साथ टाउन हॉल में स्कूल रुआर 2024 उन्मुखीकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन
ड्राप आउट बच्चों को स्कूल लाना कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य: डीडीसी

सोमवार को टाउन हॉल गढ़वा में स्कूल रुआर 2024 उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। स्कूलों से अनामांकित और ड्रॉपआउट बच्चों को विद्यालय वापस लाने और शत प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के लिए 16 दिन तक स्कूल रुआर-2024 बैक टू स्कूल अभियान चलाया जा रहा है। इसी के निमित्त आज एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया। 
कार्यशाला में जिला शिक्षा पदाधिकारी आकाश कुमार ने इसके उद्देश्यों, लक्ष्यों के साथ-साथ छात्रों को दी जाने वाली प्री-मैट्रिक (ई-कल्याण) छात्रवृत्ति, सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के बारे में बताते हुए मौके पर उपस्थित सभी लोगों से यह अनुरोध किया कि आप सभी राज्य सरकार के द्वारा चलायीं जा रही विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं से ड्रॉप ऑउट बच्चों एवं परिवार के सदस्यों को अवगत कराते हुए बच्चों का नामांकन उनके नजदीकी विद्यालयों में कराये। मौके पर सभी जनप्रतिनिधियों ने भी बारी-बारी से शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के किसी भी कारण से स्कूल से ड्राप ऑउट होने के विभिन्न कारणों पर प्रकाश डाला तथा उसे कैसे दुरुस्त किया जाये इस संबंध में अपने-अपने सुझाव दिए। 
उप विकास आयुक्त श्री पशुपति नाथ मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारे कार्य किये जा रहे हैं। हमें सरकार के लक्ष्य को पूरा करने की जरूरत है। बच्चों के शिक्षा में आ रही बाधाओ को दूर करने का प्रयास अभियान के तहत किया जायेगा। डीडीसी ने कहा की सभी बच्चे सरकार द्वारा चलाए जा रहे एक्सीलेंस स्कूल में आने का प्रयास करें। साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यालय में सभी आवश्यक चीजों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि बच्चे स्कूल आने के बाद अपना पढ़ाई अच्छे तरीके से कर सके। 
कार्यक्रम के तहत पहले दिन सर्वप्रथम स्कूल पहुंचने वाले दस छात्रों को फूल देकर शिक्षकों के द्वारा स्वागत करना तथा विद्यालय प्रबंधन समिति, शिक्षक माता समिति की बैठक कर लगातार अनुपस्थित रहने वाले बच्चों को चिन्हित करना एवं होम विजिट कर नियमित उपस्थिति हेतु प्रेरित करने का कार्य किया गया।

अभियान के दूसरे दिन बच्चों की अगली कक्षा में प्रोन्नति एवं बच्चों के स्कूल में ठहराव की स्थिति की समीक्षा करना, साथ ही पोषक क्षेत्रों का भ्रमण कर अनामांकित या ड्रॉपआउट बच्चों के अभिभावकों से मिलकर बच्चे के नामांकन हेतु उन्हें प्रेरित करने का कार्यक्रम किया गया।

तीसरे दिन स्कूल टैगिंग तथा अनामांकित बच्चों के अभिभावकों से मिलने का कार्यक्रम हुआ। चौथे दिन यह दायित्व हाउस कप्तान निभाएंगे। पांचवें दिन प्रोजेक्ट इम्पैक्ट के तहत विद्यालय प्रबंधन समिति के सहयोग से नो कास्ट एवं लो कास्ट गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी।

छठे व सांतवें दिन स्कूल में संचालित विभिन्न समितियों के माध्यम से विद्यालय की स्वछता हेतु कई प्रयास किए गये। आठवें दिन स्कूल में नव नामांकन की समीक्षा तथा स्कूल परिसर को नशीली दवाओं के उपयोग रोकने के एवं क्रियान्वयन पर चर्चा किया गया।

नौवें दिन कक्षा छह से बारहवीं के बीच की कक्षाओं में अध्ययनरत छात्राओं के बीच माहवारी स्वछता को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके साथ बाल विवाह निषेध जैसे विषयों पर भी उन्हें जागरूक किया जाएगा।

दसवें दिन जल प्रदूषण, जल संरक्षण एवं जल प्रबंधन से जुड़े विषयों को लेकर पाठ्येत्तर गतिविधियों का आयोजन होगा। 11वें दिन दिव्यांग छात्रों के लिए पेयजल व शौचालय व्यवस्था आदि की समीक्षा की जाएगी। अगले दिन ग्राम पंचायत समिति के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर स्कूल में बच्चो की उपस्थिति बढ़ाने पर विचार-विमर्श होगा।

13वें दिन बच्चों के लिए बैगलेस डे का आयोजन होगा। इस दिन बच्चे विभिन्न पर्यावरण संबंधित गतिविधियों में भाग लेंगे। बच्चों के लिए विशेष मध्याह्न भोजन भी बनेगा। इसके अगले दिन अनामांकित व ड्राप आउट बच्चों के नामांकन की समीक्षा करना व नव नामांकित बच्चों के स्वागत की तैयारी के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा।

16वें एवं अंतिम दिन नव नामांकित बच्चों का स्कूल में स्वागत किया जाएगा। स्वागत समारोह में स्थानीय जन प्रतिनिधियों, पूर्ववर्ती छात्रों, सरकारी पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा। साथ ही विद्यालयों में स्वछता शपथ ली जाएगी।

कार्यशाला के मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी, सहायक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जिला परिषद उपाध्यक्ष, सांसद प्रतिनिधि, विधायक प्रतिनिधि गढ़वा, मझिआंव तथा भवनाथपुर सहित शिक्षा विभाग के सभी बीईओ, बीआरसी,सीआरसी,बीपीओ, बीपीएम सहित अन्य उपस्थित थे।

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