विशुनपुरा
विशुनपुरा और मझिआव थाना क्षेत्र में अवैध रूप से आरा मशीन खुलेआम संचालित किया जा रहा है.
समय समय पर बन विभाग के कारवायी के बाद भी आरा मसीन माफिया मोटी कमायी के लिए अपने धंधे में लगे हुये है. जिससे बन विभाग द्वारा मोटी रकम लेनी की आशंका प्रतीत होती है.
विशुनपुरा के विष्णु मंदिर के पूर्व दिशा में अवस्थित कर्मदेव शर्मा के घर के सामने चारदीवारी के अंदर तथा मझियाव थाना क्षेत्र के टड़हे गांव में अवैध रूप से आरा मशीन धड़ले के चलाया जा रहा है. दोनो आरा मशीन में आस पास के जंगलों से बहुमूल्य लकड़ियों का कटाई करने वाले लकड़ी माफिया द्वारा भी लकड़ी का चिराई किया जाता है. आस पास के लोगो ने बताया कि अवैध रूप से संचालित आरा मशीन वन विभाग के अधिकारियों के संलिप्तता से किया जा रहा है. लोगो ने बताया कि आरा मशीन का संचालन में वन विभाग के अधिकारियों का संचालक द्वारा मोटी रकम दिया जाता है. दोनो आरा मशीन पर ट्रैक्टर द्वारा शीशम, गम्हार, सखुवा सहित कई प्रजाति के लकड़ियां का बोटा की ढुलाई आरा मसीन तक किया जाता है.
ज्ञात हो कि संबंध जैसे ही वन अधिकारियों से पक्ष जानने का प्रयास किया जाता है. वैसे ही अधिकारियों के सूचना मिलते ही आरा मशीन संचालक मशीन हटा देने का प्रयास करते है. विभाग के लोगो द्वारा ही सूचना दे दिया जाता है. विभाग के कागजी कारवाई के कुछ माह बाद स्थल बदल कर आरा मशीन का संचालन करना प्रारंभ कर देता है.
क्या कहते है अधिकारी :- विशुनपुरा व मझिआव वन क्षेत्र के रेंजर गोपाल चंद्रा ने कहा कि आरा मशीन का संचालन का जानकारी नहीं है. अगर इस तरह का मामला है. तो आरा मशीन जब्त कर संबंधित संचालक पर कारवाई किया जाएगा.