सतबहिनी झरना तीर्थ में समिति के साथ आम जनों के मानस महायज्ञ की तैयारी पूरी
समिति ने जारी की प्रवक्ताओं की सूची
25 फरवरी से 6 मार्च तक चलेगा यज्ञ
फोटो : पेंटिंग के बाद सज धजकर तैयार यज्ञशाला।
साकेत मिश्र की रिर्पोट
कांडी : मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के तत्वावधान में आम जनों के द्वारा 24वें मानस महायज्ञ के आयोजन को लेकर गढ़वा जिला के कांडी प्रखंड अंतर्गत सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल पर तैयारी अंतिम चरण में है। सभी नौ मंदिरों की सफाई, रिपेयरिंग व पेंटिंग का काम समाप्त होनेवाला है। जबकि बदरंग हो चुकी सभी बहुमूल्य प्रतिमाओं की जयपुर मूर्ति फैक्ट्री बनारस के कारीगरों व कलाकारों के द्वारा सफाई व सुंदरीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया। इधर महायज्ञ को लेकर जन संपर्क व प्रचार प्रसार का कार्य तेज किया गया है। इसी बीच सतबहिनी विकास समिति के सचिव पं. मुरलीधर मिश्र ने इस वर्ष के विशिष्ट प्रवचन कर्ताओं की सूची जारी करते हुए कहा कि इस महायज्ञ में देवरिया के क्रांतिकारी कथा वाचक पं. अखिलेशमणि शांडिल्य, मिर्जापुर के संगीतमय श्री राम कथावाचक पं. धर्मराज शास्त्री, वृंदावन की श्रीमद्भागवत महापुराण की कथावाचक सुश्री शिखा चतुर्वेदी, गुप्तकाशी के श्रीराम कथावाचक आचार्य सौरभ भारद्वाज व मोथा रोहतास बिहार के पं. मुन्ना पाठक की कथा उपलब्ध होगी। जिसे सुनने के लिए समिति के यज्ञायोजन में श्रद्धालु श्रोताओं की विराट संख्या सतबहिनी झरना तीर्थ पहुंचती है। स्थानीय सौ गावों के साथ साथ सुदूर जिलों व राज्यों के लोगों को सतबहिनी में समिति के यज्ञ का पूरे साल इंतजार रहता है। इलाके की हजारों बहन व बेटियां इसी मौके पर मायके आया करती हैं। रिश्तेदारों से प्रत्येक घर में भीड़ बढ़ जाती है। इधर दूर दूर के व्यापारियों को यज्ञ के मौके पर लगनेवाले 11 दिन के बड़े मेले का इंतजार रहता है। मालूम हो कि इस वर्ष 25 फरवरी से 6 मार्च 2024 तक महायज्ञ चलेगा।