साकेत मिश्रा की रिर्पोट
कांडी: प्रखंड के ग्राम राणाडीह में आयोजित श्री रामचरितमानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ महोत्सव के चौंतीसवें अधिवेशन के पांचवें दिन अयोध्या धाम से पधारी देवी धर्ममूर्ति ने कहा कि प्रभु के चरणों की धुल से अहिल्या जी का उद्धार हो गया।कहा कि राम केवल भगवान थे, लेकिन जब उन्होंने अहिल्या जी, गिद्ध जटायु सहित अन्य का उद्धार किया तो श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम राम हो गये।प्रवचन का कार्यक्रम दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक चल रहा है, देवी धर्ममूर्ति जी द्वारा संगीतमय कथा के अंतर्गत लगातार सुरिली भजन सुनकर श्रोतागण झुम रहे हैं। प्रवचन सत्र के दौरान ही अलग अलग झांकी भी निकाला जा रहा है, जिसमें दशरथ व कौशल्या, राम जन्म अवतार, राम लक्ष्मण विश्वामित्र की झांकी निकाला जा चुका है।वहीं सुबह से ही परिक्रमा करने करने वालों की भीड़ लग रही है।कई लोग तीन घंटे , छह घंटे व बारह घंटे का मनौती परिक्रमा करते देखे गये।यज्ञ 24 फरवरी तक चलेगा। यज्ञ को सफल बनाने में मार्गदर्शक ब्रजमोहन मिश्रा, श्याम बिहारी दुबे,श्याम सुन्दर शर्मा, शिवदेव चौबे,यज्ञ कमीटी के अध्यक्ष सत्येन्द्र चौबे, सचिव विजय पाण्डेय, प्रदीप दुबे,संजय चौबे,चंद्रमणी चौबे,सत्यनारायण पाण्डेय, वरूण शर्मा, प्रवेश राम,प्रेम पाण्डेय, सिदेश्वर चौबे, उपेन्द्र चौबे सहित सभी ग्रामवासी लगे हुए हैं।