सवा छह साल बाद संत श्री हरि दास जी की प्रतिज्ञा हुई पूरी
शुभ मुहूर्त में बाजा गाजा के साथ सैकड़ों श्रद्धालु संत जी को कुटिया से ले गए कार्यालय में
फोटो : सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ कुटिया से कार्यालय की ओर जाते संत श्री हरिदास जी।
साकेत मिश्रा की रिर्पोट
कांडी : सतबहिनी के संत हरि दास जी की प्रतिज्ञा सवा छह साल बाद पूरी हुई। सोमवार को शुभ मुहूर्त में उन्हें मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के पदाधिकारियों व सैकड़ों श्रद्धालुओं व बाजा गाजा के साथ कुटिया से पूर्व के कार्यालय सह आवास में ले जाया गया। जब तक सतबहिनी झरना तीर्थ फर्जी कब्जा करनेवालों से आजाद नहीं हो जाता तबतक वे यहां पांव नहीं रखेंगे - की संत हरि दास जी ने प्रतिज्ञा कर रखी थी। उन्होंने इसे निभाया भी। बदली हुई तत्कालीन परिस्थिति में उनके रहने के लिए समिति ने कुटिया का निर्माण कराया था। उसी कुटिया से समिति का कार्यालय भी काम कर रहा था। फर्जी ट्रस्ट गठन के मामले में समिति ने हाईकोर्ट में फरियाद की। हाईकोर्ट ने ट्रस्ट को फर्जी पाकर निरस्त कर दिया। उच्च न्यायालय के निर्देश पर जांचोपरांत आम सभा की राय के तहत झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड ने समिति का पुनर्गठन कर नवगठित समिति को प्रभार देने का कांडी सीओ को निर्देश दिया। 12 जनवरी को सीओ ने समिति के अध्यक्ष नरेश प्रसाद सिंह को प्रभार सौंप दिया। अब जाकर सतबहिनी के संत श्री हरि दास जी की प्रतिज्ञा पूरी हुई। मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त में फूलमालाओं से स्वागत करते हुए बैंड बाजा के साथ संत जी को कुटिया से पुराने कार्यालय सह आवास में ले जाया गया। इस दौरान सैकड़ों श्रदालु सतबहिनी भगवती सहित सभी देवशक्तियों का जयकारा लगाते चल रहे थे। कुटिया से निकलकर संत श्री हरि दास जी ने सतबहिनी माई, महालक्ष्मी, महाकाली, भगवान भास्कर, बजरंगबली, भैरवनाथ, साक्षी गणेश, भगवान शिव, प्राचीन महावीर स्थान, नंदी महाराज, ब्रह्मलीन महर्षि श्यामदास की समाधि व यज्ञ मंडप में मत्था टेका। इस दौरान उपस्थित सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए प्रियरंजन सिन्हा ने संत जी के व्यक्तित्व, कृतित्व व उनके अप्रतिम त्याग पर प्रकाश डाला। लोगों ने जोरदार जयकारा व करतल ध्वनि से संत श्री हरि दास जी का स्वागत किया। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष नरेश प्रसाद सिंह, सचिव पं मुरलीधर मिश्र, कोषाध्यक्ष विभूति नारायण दुबे, अरुण सिंह, 20 सूत्री अध्यक्ष विकास उपाध्याय, नवल किशोर तिवारी, वैद्यनाथ पांडेय, सुदर्शन तिवारी, अखिलेश सिंह, विनोद सिंह, प्रियरंजन सिन्हा, जयकिशुन राम, सुरेश राम, रघुनंदन राम, डॉ प्रमोद कुमार सिंह, हरिनाथ चंद्रवंशी, दुर्गा राम राजस्थानी, दीनानाथ प्रसाद, धनंजय ठाकुर, प्रवीण पाठक सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।