साकेत मिश्रा की रिर्पोट
गढ़वा : मंगलवार को भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामलला दुबे के नेतृत्व में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार में किसानों की हित की उपेक्षा की जाती है। पूरा नवंबर माह बीत गया। रवि फसल बोने का समय अंतिम चरण पर है। अभी तक झारखंड सरकार द्वारा किसानों को अनुदानित बीज किसानों को नही मिला है। अभी तक जिला के पैक्स दुकान में बीज नही मिला है। ऊंट के मुंह में जीरा की तरह सरसों व चना का बीज का प्रखड के पंचायतों को दिया गया। जबकि वास्तविक किसानों को बीज मिला ही नहीं। जिसके चलते सरसों व चना किसानों की खेत में बुआई के बजाय तेल व दाल बनाया जा रहा है। लगातार तीन साल से गढ़वा जिला के किसान सुखाड़ की मार झेल रहे हैं। झारखंड सरकार इन किसानों की कोई सुधि नहीं ली। आज तक सुखाड़ का पैसा किसानों को नही मिला। किसी प्रकार खून पसीना लगाकर कर्ज महाजन लेकर कुछ किसान धान का फसल पैदा किया। अब वह धान कोई खरीदने वाला नहीं है। अभी तक सरकार द्वारा धान क्रय केंद्र नही खोला गया। धान नहीं बिकने से किसान पैसे के अभाव में रवि फसल की बोवाई नहीं कर पा रहे हैं। चौतरफा मार से जूझ रहे जिला भर के उपायुक्त से आग्रह किया है की झारखंड सरकार यहां किसानों के प्रति बेपरवाह है। कमसे कम केंद्र सरकार की किसानों के हित के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं, अनुदानित खाद-बीज, प्रधानमंत्री किसान सम्माननिधि योजना, सभी किसानों को चालू कराया जाए। अतिशीघ्र धान क्रय केंद्र सभी प्रखड़ो में खोला जाए। बिजली विभाग द्वारा सभी किसानों को सिंचाई के लिए मोटर का एग्रीमेंट बड़े पैमाने पर किया जा रहा है, लेकिन अभि तक किसानों को सिंचाई के लिए किसानों की खेत तक तार पोल व ट्रांसफार्मर नही दिया गया है। केवल बिल के नाम पर मोटी रकम की उगाही की जारी है। किसानों की समस्या को अवगत कराते हुए श्री दुबे ने उपायुक्त से आग्रह किया है की तत्काल इन समस्याओं का निदान किया जाए। मौके पर कांडी भाजपा मंडल महामंत्री शशिरंजन दुबे, पूर्व मुखिया विनोद प्रसाद, राजेन्द्र पांडेय, सत्येंद्र चौबे, लखन प्रसाद, प्रदीप दुबे सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।