बसपा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजन मेहता ने बाढ़ पीड़ित किसानों के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ राज्य सरकार से की है मांग।
साकेत मिश्र की रिर्पोट
गढ़वा जिला के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत झारखंड प्रदेश बसपा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजन मेहता उर्फ राजेश मेहता सह विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र के युवा प्रत्याशी ने प्रखंड के बाढ़ प्रभावित इलाका नारायणपुर बलियारी, सोनपुरा, बरवाडीह, चन्द्रपुरा, पतीला, जमुआ,बेलहत ,भीलमा,नाउभीलमा,पहुंच कर किसानों की हालत पर चिंता जताई उन्होंने कहा कि जैसा कि मुझे स्थानीय लोगों से जानकारी मिला कि गढ़वा उपयुक्त आए थे और उन्होंने जायजा लिया लेकिन सबसे खास बात है कि जो रैयत हैं उनको तो मुआवजा दिया जाए लेकिन साथ-साथ उनको भी मुआवजा दिया जाए जो की बटेदार हैं और रेहन मालगुजारी पर खेत लेकर के जो किसानी करते हैं उनके ऊपर भी राज्य सरकार और जिला प्रशासन भी ध्यान दें ताकि किसान हताश और निराश ना हो सके और उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि अगर जिस प्रकार से संवेदक अमित शुक्ला के द्वारा पुल का निर्माण किया गया था अगर निर्माण पुरा होने के तुरंत बाद डायवर्शन को खाली करा दिया जाता तो आज जो हजारों एकड़ में धान के फसल लगी हुई है वह बर्बाद नहीं होता इसलिए मैं जिला प्रशासन से मांग करता हूं की जांच कर उचित कार्रवाई करें ताकि जो आज तीन वर्षों से लगातार सुखाड़ अकाल जैसी समस्या से जूझते आ रहें है किसान खेती करने से कतरा रहे हैं अगर इसी तरह से रवैया रहा तो कुछ दिनों के बाद किसान खेती करना बंद कर देंगे और उन्होंने कहा कि मैं कई बार आवाज उठाया हूं कि जिला प्रशासन और झारखंड सरकार नीलगाय और जंगली सूअर पर भी ध्यान दिया जाए जो की समय-समय पर आकर जंगली जानवर और नीलगाय खेती को बर्बाद कर देते हैं जिससे किसानों की कमर टूट जाती है तो मैं जिला प्रशासन के साथ-साथ राज्य सरकार से भी यह मांग करता हूं की नीलगाय और सूअर की भी समस्या से किसानों को निजात दिलाई जाए ताकि किसानों की खेती बच जाए और किसनों की पेट भी भरें किसान अपने पेट भरने के साथ-साथ हम सभी का पेट भरने का काम करते हैं अगर किसान खेती करना बंद कर दें तो हमें भी भोजन नहीं मिल पाएगा इसलिए मैं बार-बार झारखंड सरकार और जिला प्रशासन से मांग करता हूं कि अभिलंब जांच कर किसनों की मुआवजा दिलाए जाए। वहीं मौके पर उपस्थित, संजय मेहता, रविन्द्र मेहता, अविनाश पासवान, धर्मेंद्र ठाकुर, सुमेर मेहता,संत मेहता, दिनेश कुमार, आदि कई ग्रामीण लोग मौजूद थे।