सतबहिनी तीर्थ झरना पर्यटन स्थल की कमीटी सस्पेंस में आखिर क्यों Kandi

सतबहिनी तीर्थ झरना पर्यटन स्थल की कमीटी सस्पेंस में आखिर क्यों 
साकेत मिश्र की रिपोर्ट
गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत प्रसिद्ध हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड सतबहिनी झरना तीर्थ देवस्थान न्यास बोर्ड के सदस्य अजय कुमार सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि  सतबहिनी झरना तीर्थ पर्यटन स्थल हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड को पूर्व मिले आदेश के विरुद्ध  हाई कोर्ट उच्च न्यायालय में याचिका दायर किया गया है। जो चल रहा है  इसके बाद भी हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड रांची वाजबरदस्ती आम जनता को जमा कर आमसभा का चुनाव कराने व किसी व्यक्ति को अध्यक्ष मनोनीत करने की कार्यवाही में लगी हुई है जबकि हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा पूर्व के गठित कमीटी हाई कोर्ट रांची के आदेशानुसार अभी तक सस्पेंस है जांचों प्रांत हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड को कार्रवाई कमीटी थी जिसमें अभी तक पूर्व कमीटी को बर्खास्त नहीं किया गया है न्यास बोर्ड द्वारा ऐसी स्थिति में पूर्व कमीटी को बिना बर्खास्त किये आम सभा का तिथि निर्धारण कर देना 25/09 /2023 यह सक के घेरे में है जबकि हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड को हाईकोर्ट उच्च न्यायालय द्वारा 29/0 9 /023 को आदेश दिया गया है की जांच का कॉपी प्रस्तुत करें न्यायालय का उक्त आदेश आने तक हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा अभी तक किसी को अध्यक्ष मनोनीत या चयन नहीं किया गया है व कोई प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है उक्त स्थिति में हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड रांची किसी भी व्यक्ति को 29 से 25 के बीच में अध्यक्ष मनोनीत का चिट्ठी प्रदान नहीं करती है तो हिंदू धार्मिक न्याय बोर्ड खुद उच्च न्यायालय का अवहेलना करेगी व उन पर केस होना जांच होना व कार्रवाई होना बर्खास्त होना कोई भी स्थिति बन सकता है क्योंकि झारखंड हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड अगर 29 से 25 के बीच में किसी को चिट्ठी निर्गत की होती तो अब तक प्रेस विज्ञप्ति से आम सूचना दे देना चाहिए था व सूचना अब तक प्रेस विज्ञप्ति में नहीं दिया गया है व 29 के बाद बैक डेट में चिट्ठी देकर प्रेस विज्ञप्ति करते हैं किसी को अध्यक्ष मनोनीत करते हैं तो इसका जवाब के लिए भी तैयार रहें  ऐसा ना हो की खुद हीं हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड जांच के घेरे में आ जाए और अस्तित्व हीं ना खातरे में पड़ जाए मैं कार्यकारी अध्यक्ष अजय कुमार सिंह कहा की इस बात से अस्वस्थ हुं कि 29 से पूर्व अब तक किसी को कोई लेटर नहीं दिया गया था और अब दिया जाता है तो निश्चित मनसा साफ नहीं है और कुछ न कुछ गलत तरीके से ही दिया जाएगा आम जनता समाज में बोला गया था की विज्ञप्ति पेपर मीडिया के खबर से 27/09/023 तक खबर हो जाएगी   पर अब बैक डेट में संतुष्ट नहीं होगी गलती पर गलती जो करेंगे वही भरेंगें  अब चार दिन बाद कोई खबर या लेटर प्रकाशित होता है उसे बैक डेट भी माना जाएगा वह गड़बड़ ही माना जाएगा बाकी हिंदू धार्मिक न्यस क्या निर्णय लेती है वह स्वतंत्र है उसके बाद हमें जो करना होगा हम अपनी कार्यवाही करेंगे।

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