कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती की गढ़वा जिला इकाई की सहमंत्री व गढ़वा जिला की प्रथम कवयित्री अंजलि शाश्वत द्वारा एक उभरते स्केच आर्टिस्ट पूरब शौर्य से मिलकर उनका उत्साहवर्द्धन किया।
ध्यातव्य है कि दैनिक जागरण समाचार-पत्र के पत्रकार संदीप केसरी शौर्य के सुपुत्र पूर्व शौर्य कोरोना काल से ही स्केचिंग में अपना हाथ आजमा रहे हैं। पूरब शौर्य बहुत कम समय में ही बिना किसी गुरु के स्केचिंग कला में पारंगत होते नजर आ रहे हैं।
प्रथम बार जब संस्कार भारती गढ़वा जिला इकाई की चित्रकला संयोजिका रिया राशि के नेतृत्व में चित्रकला अभ्यास वर्ग का आयोजन किया गया तो उसमें पूरब शौर्य ने अपनी स्केचिंग कलाकारी के बल पर प्रथम स्थान प्राप्त कर सभी को आकर्षित किया।
पूरब शौर्य की स्केचिंग कला से प्रभावित अंजलि शाश्वत ने जब अपनी भतीजी परी का स्केच बनवाने का आग्रह किया तो उनका आग्रह स्वीकारते हुए पूरब शौर्य ने परी का एक मनमोहक स्केच बना कर उन्हें भेंट किया।
इस अवसर पर उपस्थित संदीप केशरी शौर्य ने कहा कि पूरब शौर्य कोरोना काल में विद्यालय बंद होने की वजह से जब घर पर रहने लगे तो उनके मन में स्केचिंग के प्रति रुचि जगी।तो मैंने भी यूट्यूब के माध्यम से पूरब की मदद शुरू कर दी। पूरब शौर्य की लगन का ही परिणाम है कि उनको स्केचिंग कला के कारण प्रशंसा व सम्मान मिल रहा है। एकेडमिक पढ़ाई के साथ मैं यह प्रयास करूंगा कि स्केचिंग आर्ट में भी उनको भविष्य में विधिवत प्रशिक्षण दिलवाऊँ।
संस्कार भारती गढ़वा जिला इकाई की सहमंत्री अंजलि शाश्वत ने कहा कि अपनी स्केचिंग कला को आधार बनाकर पूरब शौर्य अपनी वैश्विक पहचान विकसित करें मेरी यह कामना है।मैं संस्कार भारती और पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच के द्वारा भी स्केचिंग आर्ट वर्कशॉप आयोजित करवाने का प्रयास करूंगी।
इस अवसर पर उपस्थित संस्कार भारती झारखंड प्रांत के मंत्री नीरज श्रीधर स्वर्गीय ने कहा कि पूरब शौर्य की यह स्केचिंग प्रतिभा पूर्व से उदित होने वाले भास्कर की तरह दिन प्रतिदिन बढ़े। उससे अत्यधिक लोग आनंदित और लाभान्वित हों यह मेरी कामना है। हम सब मिलकर ऐसे प्रतिभावान कलाकार की हर संभव मदद करने की कोशिश करेंगे।
पूरब शौर्य ने कहा कि अब मुझे लगने लगा है कि मेरी प्रतिभा को भी एक दिन वैश्विक पहचान मिल पाएगी। आप सभी का सहयोग और मार्गदर्शन निरंतर मुझे मिलता रहे ईश्वर से यही कामना है।
पूरब शौर्य को ड्राइंग कॉपी और ड्राइंग पेंसिल का सेट संस्कार भारती की तरफ से प्रदान किया गया।