विशुनपुरा
बंशीधर अनुमंडल कार्यालय में एक वैठक कर पतिहारी गांव स्थित देवी धाम में पूजा अर्चना को लेकर दो समुदाय के बीच उतपन्न विवाद को शांत कराया गया.
वैठक में दोनों समुदायों के बीच शांति स्थापित कर पूर्व की भांति रामनवमी पूजा पर देवी धाम में पूजा अर्चना करने का निर्देश दिया गया है.
मालूम हो कि पतिहारी गांव में देवी धाम पर पूजा अर्चना रोकने और धाम से पत्थर की पिंडी को तहस नहस करने का मामला प्रकाश में आया था. इस मामले को लेकर एसडीओ आलोक कुमार ने बुधवार को अनुमंडल कार्यालय में सभी पक्षों के साथ बैठक कर धाम पर पूर्व की भांति पूजा जारी रखने की हिदायत दी है.
वही इस संबंध में बैठक में शामिल होने आए पतिहारी गांव निवासी हलकन राम, आकाश कुमार, उमेश ठाकुर ने बताया कि पतिहारी गांव में वर्षों पुराना प्राचीन देवी धाम है. जहां अनुसूचित जाति वर्ग के अधिकांश लोग वर्षों से पूजा पाठ करते आ रहे थे. एक समुदाय विशेष के लोगों ने पहले देवी धाम की जमीन पर अवैध दखल कब्जा किया और पिछले साल चैती नवरात्र से धाम पर पूजा पाठ पर रोक लगा दिया. इस साल 16-17 मार्च को धाम पर स्थापित देवी मां की पत्थर की पिंडी को तहस नहस कर दिया गया है. उनलोगों ने बताया कि तीन चार साल पहले से वे लोग धाम पर पूजा करने वालों से दुर्व्यवहार किया करते थे. लोग सहते रहे. इसके बाद पूजा को रोका, पिंडिया हटाई और अब वे लोग वहां से धाम को हटाने को कह रहे हैं.
वही अंचलाधिकारी निधि रजवार ने बताया कि दोनों समुदायों के बीच पूजा को लेकर उतपन्न विवाद को फिलहाल शांति स्थापित कर पहले की तरह पूजा पाठ करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि देवी धाम स्थल की निरीक्षण कर मामले की जानकारी लिया गया है. फिर से एक बार गांव जाकर दोनों पक्षो के साथ बैठक की जाएगी.