विंढमगंज सोनभद्र विकासखंड दुध्दी के अंतर्गत सलैयाडीह ग्राम पंचायत में बीते चार दिनों से प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना हर घर को शौचालय में घोर लापरवाही व शौचालय का निर्माण नहीं करा कर पैसे कि गमन की शिकायत बीते दिनों तहसील दिवस पर की गई थी जिस पर संबंधित अधिकारियों ने 5 सरकारी कर्मचारी की एक टीम गठित कर जांच करवाई जा रही है जांच में कई चौकानेवाले कार्य सामने आ रहे हैं जिसमें सैकड़ों लोगों का शौचालय का गड्ढा नहीं बनना, दर्जनों लोगों का शौचालय ही नहीं बनना व दर्जनों ऐसे शौचालय हैं जहां शौचालय एक है व शौचालय पर कोडिंग अनेक लिखा हुआ है
प्राप्त जानकारी के अनुसार सलैयाडीह ग्राम पंचायत मे प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना हर घर को शौचालय के तहत हर ग्राम पंचायत में सारे विकास कार्यों को रोककर शौचालय निर्माण कराया जाना अनिवार्य किया गया था वहीं शौचालय में घोर लापरवाही की शिकायत ग्राम पंचायत निवासी अरविन्द जायसवाल ने बीते दिनों तहसील दिवस पर की थी जिस पर अधिकारियों ने 5 सरकारी कर्मचारी धीरेंद्र कुमार, सुनील कुमार, श्याम देव, रितेश कुमार, अजय कुमार की टीम गठित कर ग्राम पंचायत में बने 1121 शौचालय का जांच करवाया जाना शुरू हुआ जांच कर रहे धीरेंद्र, श्याम देव ने बताया कि हम लोगों को संबंधित अधिकारियों के द्वारा शौचालय जांच हेतु सूची प्राप्त हुई है उसी सूची के तहत हम सभी लोग घर घर जाकर शौचालय का जांच कर रहे हैं जिसमें घोर अनियमितता पाई जा रही है जैसे रिंकू पुत्र कुलदीप, सिकंदर पुत्र रामेश्वर, श्रवण पुत्र लालजी, उमाशंकर पुत्र ददई, विनोद पुत्र दीनानाथ, मुकेश पुत्र बैजनाथ, सुनील पुत्र अजय, प्रभु पुत्र राम सुंदर, अखलेश पुत्र सुरेश, आशीष पुत्र उपेंद्र, बीरबल पुत्र बुधन का शौचालय बना ही नहीं है और सूची में उक्त लोगों का शौचालय बनाकर पूर्ण दिखाया गया है इसी तरह रामदेव पुत्र हीरालाल, राम भजन पुत्र सुरेश, रूप नारायण पुत्र बेलास, सुरेश पुत्र राम ध्यान, उपेंद्र पुत्र गोपाल, जगरूप पुर जलील, कन्हैया सिंह पुत्र सरजू, खुशबू पत्नी मिट्ठू, लखपति या पत्नी पिंटू ,महेंद्र पुत्र जोगी , मनोज पुत्र छोठु यादव, नंदकिशोर पुत्र घुटन, प्रभा देवी पत्नी मुन्नु ,राजेंद्र पुत्र सोना, राजनाथ पुत्र चतुर्भुज, राजकुमार पुत्र जोगी कुशवाहा, राजेश पुत्र रामचंद्र, अब्बास पुत्र रफीक, अमरावती पत्नी प्रमुख, बराल पुत्र शफीक, छठु पुत्र रामाराम, देवंती पत्नि अर्जुन अभी तक जांच में उक्त लोगों का सिर्फ स्ट्रेचर खड़ा है स्ट्रेचर के पास बनने वाले गड्ढे खोदे ही नहीं गए हैं और नहीं बनाए गए हैं साथ ही साथ कुछ ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जैसे शौचालय मौके पर एक बना हुआ है व उसी शौचालय पर अलग-अलग कोडिंग किया गया है जैसे रामचंद्र पुत्र भगड़, मुनिया पत्नी विजय दो लोगों का शौचालय एक ही जगह पर सटा कर बना हुआ है परंतु इस शौचालय पर कोडिंग पांच किए गए हैं शौचालय दो और कोडिंग 5 करके धन की निकासी की गई है एक ही शौचालय पर एस बी एम स्वच्छ भारत मिशन का कोडिंग किया गया है उसी शौचालय पर एल ओ वी बेस डाटा सर्वे में छुटे पात्र लाभार्थियों का कोडिंग किया गया है व शौचालय एक बना हुआ है शौचालय के अंदर कोडिंग स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोमन पुत्र रामदास का किया हुआ है व शौचालय के बाहर एल ओ बी का कोडिंग करके राजकुमार पुत्र डोमन किया गया है इस तरह से बहुत सारे गड़बड़ जांच में हम लोगों को मील रहा है हम सभी लोग जांच करने के बाद जिले के संबंधित अधिकारी के समक्ष जांच रिपोर्ट प्रस्तुत कर देंगे बाकी उच्चाधिकारियों के द्वारा जो कार्रवाई की जाएगी वह सर्वमान्य होगा
जांच के दौरान कई तरह के गड़बड़ झाला मिलने पर ग्रामीण में इस बात की चर्चा जोरों पर रही की ऐसा भी ग्राम प्रधान और संबंधित सचिव के द्वारा विकास कार्य में लूटखसोट किया जाता है अगर जांच नहीं की जाती तो हम सभी लोगों को यह सब बातें पता नहीं चल पाता जांच अधिकारियों के द्वारा जो बताया जा रहा है उससे यह प्रतीत होता है कि लाखों लाख रुपए का शौचालय में गोलमाल किया गया है जो काफी निंदनीय है वही अपना दल यस के विंढमगंज जोन अध्यक्ष लव कुश चंद्रवंशी ने कहा कि प्रधान व सचिव के द्वारा शौचालय में किए गए पैसे की गमन की शिकायत हम विधायक समेत ऑनलाइन शिकायत मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री पोर्टल पर भी करेंगे तथा जिन लाभार्थियों के शौचालय का पैसा निकालकर गोलमाल किया गया है उन्हें तत्काल शौचालय का पैसा दिलवाने का काम करेंगे तथा पैसे का गोलमाल करने वालों पर तत्काल जिले पर संबंधित अधिकारियों को भी जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की मांग करेंगे
: ग्राम प्रधान प्रतिनिधि संतोष यादव ने बताया कि हम लोगों का खाता बीते एक पखवारे पूर्व ही बंद करा दिया गया है रही बात शौचालय की तो शौचालय शासन के द्वारा जो हमें प्राप्त हुआ था उसका निर्माण कराया गया है बाकी जांच कर रहे अधिकारी है बता पाएंगे कि क्या गलत है और क्या सही है
पंचायत सचिव अरशद ने बताया कि हर घर को शौचालय शासन के मंशा के अनुरूप दिया गया है जो पात्रता के सूची में आते थे और किन के शौचालय का गड्ढा कब खराब हुआ कैसे खराब हुआ यह तो लाभार्थी ही बता पाएगा शौचालय निर्माण के दौरान संपूर्ण शौचालय पूर्ण कराए गए थे बाद में क्या हुआ है हमें जानकारी नहीं है